भारतीय जैन मिलन
श्री महावीर प्रार्थना
महावीर प्रभु के चरणों में, श्रद्धा के कुसुम चढ़ायें हम।
उनके आदर्शों को अपना, जीवन की ज्योति जगायें हम।।
तप संयम-मय शुभ साधन से, आराध्य चरण आराधन से।
बन मुक्त विकारों से सहसा, अब आत्म विजय कर पायें हम।।
दृढ़ निष्ठा नियम निभाने में, हो प्राण बलि प्रण पाने में।
मजबूत मनोबल हो ऐसा, कायरता कभी न लायें हम।।
यश लोलुपता पद लोलुपता, न सताये कभी भी विकार व्यथा।
निष्काम स्वपर कल्याण काम, जीवन अर्पण कर पायें हम।।
गुरुदेव शरण में लीन रहें, निर्भीक धर्म की बाट बहें।
अविचल दिल सत्य अहिंसा का, दुनिया को सुपथ दिखायें हम।।
प्राणी-प्राणी सह मैत्री सझे, ईष्र्या मत्सर अभिमान तजें।
कहनी करनी इकसार बना, तुलसी तेरा पथ पायें हम।।
स्तुति
अरिहंत जय जय, सिद्ध प्रभु जय जय।
साधु जीवन जय जय, जिन धर्म जय जय।।
अरिहंत मंगलम, सिद्ध प्रभु मंगलम।
साधु जीवन मंगलम, जिन धर्म मंगलम।।
अरिहंत उत्तमा, सिद्ध प्र्रभु उत्तमा।
साधु जीवन उत्तमा, जिन धर्म उत्तमा।।
अरिहंत शरणा, सिद्ध प्रभु शरणा।
साधु जीवन शरणा, जिन धर्म शरणा।।
ये ही चार शरणा, सब दुःख हरना।
सब सुख करना, भवदधि तरना।।