धार्मिक (Religious)
आदि ऋषभ के पुत्र भरत का, भारत देश महान, ऋषभ देव से महावीर तक, करे सुमंगल गान।
जैन मिलन की शाखाओं द्वारा सभी आम्नाओं के साधुओं के चातुर्मास कराना, साधुओं के आहार-विहार की व्यवस्था करना, महावीर जयन्ती, पाश्र्वनाथ निर्वाण, दीपावली, अक्षय तृतीया, श्रुत पंचमी, पर्युषण पर्व आदि में निरन्तर विविध कार्यक्रम आयोजित करना, प्रभात फेरी, नाटकों का मंचन, भजन, नृत्य, प्रतियोगितायें, शास्त्र सभा एवं विद्वानों का सम्मान।